डिप्रेशन, आज कल बहुत आम हो गया है। अगर आप अपने पास देखे तो आपको डिप्रेशन से पीड़ित लोगों के बहुत से उदाहरण मिल जाएंगे। लेकिन क्या आपको पता है कि डिप्रेशन क्या है और इसका सही तारिका से इलाज कैसे किया जाता है? इस आर्टिकल में हम आपको डिप्रेशन के बारे में हर चीज बताएंगे।
डिप्रेशन क्या है? (Depression Kya Hai)
डिप्रेशन एक मेंटल डिसऑर्डर है, जिससे एक व्यक्ति का जीवन बहुत प्रभाव होता है। डिप्रेशन के चलते, व्यक्ति अपने जीवन में खुशी नहीं महसूस कर पाता है और बहुत सी गतिविधियों में दिलचस्पी नहीं लेता है। ये एक ऐसी बीमारी है जो आपके सोचने और व्यवहार में बदलाव लाती है। आपका मन बहुत दुखी रहता है, आपको नींद नहीं आती है, खाना खाने के इच्छा नहीं होती, सब कुछ परेशान करने लगता है।
ये बीमारी किसी भी उमर के व्यक्ति को हो सकती है और ये किसी भी समय हो सकती है।.
डिप्रेशन एक ऐसी बीमारी है जो बहुत ही गंभीर होती है। इसके कारण व्यक्ति के जीवन में बहुत बड़ी समस्याएं आती हैं। अवसाद के चलते, व्यक्ति अपने काम में भी कमजोर पढ़ा जाता है। इसलिए, डिप्रेशन का इलाज जरूरी है। डिप्रेशन में व्यक्ति का जीवन बहुत मुश्किल हो जाता है और जीवन के किसी भी समय में कोई इसका शिकार हो सकता है।
डिप्रेशन के कारण क्या है? (Depression Ke Karan)
डिप्रेशन के कई कारण है। ये बीमारी एक जेनेटिक, बायोलॉजिकल, एनवायरमेंटल और साइकोलॉजिकल फैक्टर्स का कॉम्बिनेशन है और किसी भी वजह से हो सकती है। अवसाद की वजह इनमे से हो सकती हैं: फैमिली हिस्ट्री, ब्रेन केमिस्ट्री, मेडिकल कंडीशन, ड्रग एब्यूज, स्ट्रेस, दुख, ट्रॉमा और रिलेशनशिप प्रॉब्लम्स।
डिप्रेशन क्यों होता है? (Depression Kyu Hota Hai)
डिप्रेशन कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि जीवन के असुरक्षित पहलू, नस्लीय अनुभव, सामाजिक समरूपता, समस्याएं, और आवास के बारे में चिंताएं। वैज्ञानिकों ने डिप्रेशन के बारे में कई साइकोलॉजिकल कारणों का अध्ययन किया है, जो निम्नलिखित हैं:
- हॉर्मोनल असंतुलन: डिप्रेशन का एक कारण असंतुलित हार्मोनल स्तर हो सकता है। पुरुषों और महिलाओं दोनों के शरीर में हार्मोनों के स्तर के अतिरिक्त कुछ समयों में अवसाद होने की संभावना होती है।
- उच्च रोगों की संभावना: जीवन में किसी भी उच्च रोग की संभावना डिप्रेशन को बढ़ा सकती है।
- जीवन की स्थितियों का असुरक्षित होना: जीवन में घटनाओं का असुरक्षित होना, जैसे कि तलाक, नौकरी का नुकसान, परिवार में एक निकट संबंध या निर्णय में नकारात्मक फल का सामना करना, डिप्रेशन के लिए संभावनाओं को बढ़ा सकता है।
- संबंधों में कमी: घरेलू संबंधों में अनिश्चितता, विवाह समस्याए, या विवाद में एक अलगाव का सामना करना, डिप्रेशन का कारण बन सकता है।
- जीवन घटनाओं के परिणाम: जीवन में हुए बदलावों जैसे बच्चे की पैदाइश, घर बदलना, या एक नई नौकरी के लिए परिवर्तन करना, डिप्रेशन के लिए संभावनाओं को बढ़ा सकते हैं।
- आनुवंशिक कारण: डिप्रेशन की संभावना आनुवंशिक भी हो सकती है। अगर आपके परिवार के किसी सदस्य को पहले से ही डिप्रेशन की समस्या है तो यह संभव है कि आपको भी डिप्रेशन की समस्या हो सकती है।
यह अलग-अलग कारण डिप्रेशन की वजह होते हैं। लेकिन अवसाद की समस्या होने के अन्य कारण भी हो सकते हैं।
अब जब आपको डिप्रेशन के बारे में पूरा ज्ञान है, तो आप इसे समझने के बाद इससे निपटने के तरीकों को जानने के लिए तैयार हैं। यदि आप डिप्रेशन की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपकी समस्या को समझेंगे और आपके लिए उचित इलाज तय करेंगे।
डिप्रेशन के लक्षण क्या है? (Depression Ke Symptoms)
डिप्रेशन के लक्षण अलग अलग लोगों में अलग अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण होते हैं। डिप्रेशन के कुछ लक्षण निमन है:
- मन बहुत दुखी रहता है
- नींद न आना या ज्यादा नींद आना
- खाना पीना बंद कर देना
- बार बार घबराहट महसूस करना
- सभी चीजों से उदास रहना
- कोई चीज करने में मन नहीं लगता
- तनाव और चिंता महसूस करना
- कमज़ोरी महसूस करना
महिलाओं में डिप्रेशन के लक्षण (Ladkiyo Me Depression Ke Symptoms)
डिप्रेशन पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अलग तरह से प्रभावित कर सकता है, और उचित उपचार लेने के लिए लक्षणों को पहचानना महत्वपूर्ण है। महिलाओं में अवसाद के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- लगातार उदासी, चिंता, या “खाली” भावनाएँ
- एक बार आनंद लेने वाली गतिविधियों में रुचि या आनंद की हानि
- थकान या ऊर्जा की कमी
- सोने में कठिनाई या बहुत अधिक नींद आना
- ध्यान केंद्रित करने, याद रखने या निर्णय लेने में कठिनाई
- भूख या वजन में परिवर्तन
- निराशा या लाचारी की भावना
- चिड़चिड़ापन या बेचैनी
- शारीरिक लक्षण जैसे सिरदर्द या शरीर में दर्द
- आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने के विचार
डिप्रेशन के प्रकार (Depression Ke Types)
डिप्रेशन एक मानसिक स्थिति है जो अक्सर दुख, निराशा, बेचैनी और तनाव के साथ आती है। यह एक सामान्य और आम समस्या है जो किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। डिप्रेशन कई प्रकार का होता है जो निम्नलिखित हैं:
- मेजर डिप्रेशन – यह डिप्रेशन का सबसे आम प्रकार है जो अक्सर दुख, निराशा, तनाव, बेचैनी और असमंजस में आने के साथ आता है।
- डायस्थीमिआ डिसोर्डर – यह डिप्रेशन के साथ अलग-अलग मूड स्विंग का एक विशेष प्रकार है, जो एक व्यक्ति को उदासी और अपने आप से अलग हो जाने तक के बीच में ले जाता है।
- बायपोलर डिसऑर्डर – बायपोलर डिसऑर्डर एक मनोरोग है जिसमें व्यक्ति के मूड में अतिरिक्त मूड स्विंग की समस्या होती है। इसमें मनोरंजक या उत्साही मूड से शुरू होने वाले बायपोलर 1 और बायपोलर 2 में भेद किया जाता है। बायपोलर 1 में व्यक्ति को काम से काम एक बार अति उत्साही और उत्तेजना महसूस होती हैं जबकि बायपोलर 2 में व्यक्ति को बार बार उदासी महसूस होती हैं।
- सीजनल डिप्रेशन – इसे मौसमी बदलावों से जुड़ा दिमागी रोग माना जाता है जो गर्मियों या सर्दियों के मौसम में होता है। इसमें व्यक्ति के मूड में बदलाव, निद्रा और खान-पान की समस्याएं होती हैं।
- पोस्टपार्टम डिप्रेशन – यह महिलाओं में बच्चे के जन्म के बाद होने वाली डिप्रेशन होती है। इसमें व्यक्ति के मूड में असंतुलन, तनाव, नींद और खान-पान की समस्याएं होती हैं।
- सामाजिक डिप्रेशन – इसे लोगों के समाज में अलगाव, विरोध और असंतोष से जुड़ा डिप्रेशन कहा जाता है। इसमें व्यक्ति के मूड में निराशा, बेचैनी, उदासी और असमंजस होता है।
- अत्यधिक स्ट्रेस के कारण डिप्रेशन – इसे अत्यधिक तनाव और स्ट्रेस के कारण होने वाला डिप्रेशन कहा जाता है। इसमें व्यक्ति के मूड में असंतुलन, उदासी, तनाव और नींद की समस्याएं होती हैं।
ये सभी प्रकार के डिप्रेशन का इलाज मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है।
डिप्रेशन के दुष्प्रभाव (Depression Ke Side Effects)
डिप्रेशन के दुष्प्रभाव व्यक्ति के लिए भावनात्मक, शारीरिक और सामाजिक रूप से कई परेशानियों का कारण बन सकते हैं।
- सोचने वाली क्षमता का कम हो जाना डिप्रेशन के एक लक्षण होता है जिससे व्यक्ति की सोचने की क्षमता बहुत कम हो जाती है। इससे वह अपनी दैनिक गतिविधियों में भी रुचि नहीं रखता और रोज़ मर्रा के आसान काम को करने में कठिनाई होती है।
- कमजोरी और थकान अवसाद के दूसरे लक्षण होते हैं जो व्यक्ति को अधिक थकाने और ऊर्जा की कमी का अनुभव कराते हैं। यह व्यक्ति को अपनी दैनिक गतिविधियों में काफी निचले स्तर पर रखता है।
- नींद की समस्याएं डिप्रेशन के तीसरे लक्षण होते हैं जिससे व्यक्ति को नींद की कमी और असंतुलित नींद का अनुभव होता है। इससे वह अधिक थक जाता है और उसकी दैनिक गतिविधियों में ध्यान नहीं रख पाता है।
- खुशी नहीं होना डिप्रेशन का एक अहम लक्षण होता है। इससे व्यक्ति को खुशी, संतोष और उत्साह का अनुभव नहीं होता है और वह हमेशा उदास महसूस करता है। इससे उसकी सोचने की क्षमता भी कम हो जाती है और वह अपने जीवन के उद्देश्यों की ओर ध्यान नहीं दे पाता है।
- उदासी और तनाव डिप्रेशन के चौथे और पांचवें लक्षण होते हैं जिनसे व्यक्ति को बार-बार उदास महसूस होता है और उसमें अधिक तनाव होता है। इससे वह अपने जीवन में खुशी की तलाश में रहता है।
- भोजन के प्रति असहिष्णुता या उसकी इच्छा न होना अवसाद का एक और लक्षण होता है जिससे व्यक्ति को भोजन करने की इच्छा नहीं होती है और उसे भोजन करने में कठिनाई होती है। इससे उसकी सेहत बिगड़ती है और ऊर्जा की कमी महसूस करता है।
- आत्महत्या की इच्छा डिप्रेशन के सबसे गंभीर लक्षण होते हैं। इससे व्यक्ति को आत्महत्या करने का मन करने लगता है। यदि आपको ऐसा अनुभव होता है तो तुरंत एक मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर से संपर्क करना बेहद जरूरी होता है। आपको दवाइयों के सेवन या चिकित्सक द्वारा बताए गए तकनीकों के माध्यम से इस समस्या से निपटना पड़ सकता है।
- दुख, घमंड और विवेक विहीनता का अनुभव अवसाद के आम लक्षण होते हैं। इससे व्यक्ति अपने आप को अकेला महसूस करता है और दुनिया में कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। यह समस्या समय पर ठीक नहीं होने पर अधिक गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।
डिप्रेशन का इलाज कैसे किया जाता है? (Depression Ka Ilaj)
डिप्रेशन का इलाज कराने के लिए सबसे पहले आपको एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ या प्रतिष्ठित चिकित्सक से मिलना होगा। वे आपको आपके लक्षणों के आधार पर एक उपयुक्त इलाज की सलाह देंगे। डिप्रेशन के इलाज के लिए आमतौर पर दो तरह के इलाज होते हैं – दवाईयों का इलाज और व्यावहारिक इलाज।
दवाईयों का इलाज
दवाईयों का इलाज डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है। इसके लिए आपको अपने डॉक्टर की सलाह पर दवाइयों का सेवन करना होगा। डॉक्टर आपके लक्षणों और आपकी स्थिति के आधार पर एक या एक से अधिक दवाइयों की सलाह देंगे। यह दवाइयां आपके मूड में सुधार लाने में मदद करती हैं और आपको सकारात्मक बनाती हैं।
व्यावहारिक इलाज
व्यावहारिक इलाज में आपको एक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ के साथ एक या एक से अधिक सत्रों का समर्थन मिलेगा। इसमें आपको अपनी समस्याओं, चुनौतियों और दुखों के बारे में बात करना होगा। इसमें विभिन तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जैसे कि शारीरिक गतिविधियों और ध्यान का अभ्यास। आपको अपने विशेषज्ञ की सलाह पर कुछ योग और मेडिटेशन की अभ्यास करने की सलाह दी जा सकती है। इसके अलावा, विशेषज्ञ आपको सोने और खाने की अच्छी आदतों की सलाह भी देंगे।
डिप्रेशन का इलाज करने के लिए कुछ उपयोगी सुझाव:
- बहुत से लोग अकेलेपन के कारण अवसाद से पीड़ित होते हैं। इसलिए आपको नई दोस्तों बनाने और समाज में अपने आप को शामिल करने की कोशिश करनी चाहिए।
- नियमित रूप से व्यायाम करना डिप्रेशन को कम करने में मदद कर सकता है। आप खुशी का एक स्तर पैदा करने वाले एंडोर्फिन को फ्री करते हैं, जो आपको बेहतर महसूस कराता है।
- सुबह जल्दी उठने की कोशिश करें और नियमित टाइम से सोने की कोशिश करे। अपनी नींद की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए, सोने के टाइम पे अपने मोबाइल फोन या टीवी का उपयोग न करें।
- अपने आहार में फल, सब्जी, दाल और अन्य स्वस्थ आहार शामिल करें। अपनी डाइट में शक्करीय पदार्थों और तली हुई खाद्य पदार्थों की मात्रा कम करें।
- आपकी सोच और आपकी भावनाओं को स्थिर करने के लिए मेडिटेशन करें। ध्यान करने से, आप अपने विचारों को संभवतः ठीक कर सकते हैं और एक सकारात्मक मानसिक स्थिति में आ सकते हैं।
- अपनी मनोदशा को साफ रखने के लिए, आप अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए उचित नींद और नियमित व्यायाम कर सकते हैं। ध्यान करने या योग करने से पहले, एक चिकित्सक से परामर्श करना सुनिश्चित करें।
डिप्रेशन का इलाज लंबे समय तक चलता है इसलिए सय्यम रखना बहुत जरुरी होता हैं। इसलिए, धैर्य रखें और अपने डॉक्टर की सलाह का पालन करें। अगर आपको किसी भी समय लगता है कि आप डिप्रेशन से पीड़ित हो रहे हैं, तो अपने डॉक्टर से मुलाकात करें।
डिप्रेशन दूर करने के घरेलू उपाय (Depression Treat Karne Ke Gharelu Upay)
यहाँ कुछ प्राकृतिक उपचार हैं जो अवसाद के लक्षणों को कम करने या सम्पूर्ण मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकते हैं:
- व्यायाम: रोज़ व्यायाम करने से शरीर एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज़ करता हैं जिससे तनाव और परेशानी दूर होती हैं। व्यायाम जैसे टहलना और योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करे
- आहार: एक अच्छी तरह से संतुलित आहार का सेवन करना जिसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल हैं, जैसे कि सैल्मन और अखरोट, और विटामिन बी 12 से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे अंडे और डेयरी उत्पाद, मूड और संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
- सूरज की रोशनी: सूरज की रोशनी: सूरज की रोशनी के संपर्क में आने से शरीर की सर्कैडियन रिदम को नियंत्रित करने में मदद मिलती है और मूड में सुधार हो सकता है। बाहर समय बिताने की कोशिश करें, या धूप वाली खिड़की के पास बैठें।
- ध्यान: ध्यान का अभ्यास अवसाद और चिंता के लक्षणों को कम करता है। आप दिन में बस कुछ मिनटों से शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे अपने अभ्यास की अवधि बढ़ा सकते हैं।
- सामाजिक समर्थन: मित्रों और प्रियजनों के साथ समय बिताने से अलगाव और अकेलेपन की भावनाओं को कम करने में मदद मिल सकती है। सामाजिक गतिविधियों के लिए समय निकालने की कोशिश करें या मोटिवेशन के लिए किसी करीबी मित्र या परिवार के सदस्य से संपर्क करें।
कैसे डिप्रेशन से बचे? (Depression Se Kaise Bache)
डिप्रेशन से बचने के लिए कुछ टिप्स है, जिनहे फॉलो करके आप इस्से बच सकते हैं। टिप्स कुछ इस प्रकार हैं:
- हमेशा खुश रहें: खुशी एक ऐसी चीज है जो व्यक्ति को डिप्रेशन से बचाती है। खुशी के लिए, व्यक्ति को ऐसी गतिविधियों में दिलचस्पी लेना चाहिए जो उन्हें पसंद है और जिनसे वो खुश रहते हैं।
- व्यायाम किजिये: व्यायाम आपके दिमाग और शरीर दोनो के लिए बहुत अच्छा होता है। इससे तनाव का लेवल कम होता है और खुशी का लेवल बढ़ता है।
- अपने खान पान का ध्यान रखे: अपने खाने पिने का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। आप जंक फूड से दूर रहे और हेल्दी फूड जैसे की फल और सब्जियां खाएं।
- अपने मन की बात किसी के साथ शेयर करें: डिप्रेशन में रहने से आपके मन में बहुत सारी बातें होती हैं। बातों को किसी भरोसेमंद व्यक्ति के साथ शेयर करने से आपको बहुत राहत मिलती है।
- अपने आस पास के लोगो के साथ समय बांटे : अपने आस पास के लोगो के साथ समय बहुत बिताना जरूरी है। आप अपने दोस्त या परिवार के साथ बात करें और उनसे मिलने का प्लान बनाएं।
डिप्रेशन के बारे में कुछ तथ्य (Depression Ke Facts)
- डिप्रेशन, 15 साल से लेकर 45 साल तक के लोगों में सबसे ज्यादा होता है।
- डिप्रेशन, महिलाओ में पुरुषो से ज्यादा होता है।
- ये एक बहुत सामान्य मानसिक विकार है, जिस से लगभाग 264 मिलियन लोग दुनिया भर में पीड़ित है।
- डिप्रेशन के लक्षणों को पहचानने में अक्सर लोग गलती कर देते हैं और इसके लिए बहुत सारे केसेस में समय से इलाज नहीं हो पाता हैं।
- इसका इलाज संभव है और इससे पूरी तरह से छुटकारा पाना भी संभव है।
डिप्रेशन एक बहुत ही गंभीर समस्या है और इसका इलाज संभव है। अअगर आपको भी डिप्रेशन के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो आपको एक मनोचिकित्सक से मिलना चाहिए और उनसे इलाज शुरू करवाना चाहिए। आप अपने आस पास के लोगो से भी बात करें और उन्हें अपनी समस्या के बारे में बताएं। अपने आस पास के लोगो के साथ समय बिताये और अपने मन को हमेशा खुश रखे।
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